Success :- आमतौर पर सफलता को पैसे से या भौतिक सुख-सविधाओं से जोड़ कर देखा जाता हैं अगर आपके पैसे है, आपका नाम है तो आपको सफल व्यक्ति मान लिया जाता हैं, लेकिन यह सफलता की परिभाषा नही हो सकती हैं क्योकि हर व्यक्ति के अनुसार सफलता के मायने बदलते हैं।
What is Success for You
a.एक सन्यासी की सफलता ईश्वर को पाने में हैं।
b.एक विद्यार्थी की सफलता उसके Pass होने में हैं।
c.एक गरीब की सफलता खुद की भूख मिटने में हैं।
d.एक मरीज की सफलता उसके स्वस्थ होने में हैं।
हम अपने आर्थिक, शरीरिक और मानसिक शक्ति के अनुसार ही हम अपना लक्ष्य बनाते हैं और जब हम उसे प्राप्त कर लेते हैं तो हमें एक जीत का एहसास होता है जो हमे सच्चा सुख देता हैं यही सफलता कहलाता हैं।
अगर आपसे कोई पूछे कि आपकी समझ में Success क्या है तो आप क्या जबाव देंगे। आपका जबाव धन-दौलत, भौतिक सुख सुविधाओ, मान-सम्मान आदि जैसी चीजों को प्राप्त करने को सफलता कहेंगे। क्या इन चीजो के होने से हम सफल हो जाते हैं नही सफलता को कुछ शब्दों में बता पाना थोडा मुश्किल हैं।
सफलता क्या है ?
·4 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप अपने कपड़ों को गीला नहीं करते।
·8 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप अपने घर वापिस आने का रास्ता जानते है।
·12 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप अपने अच्छे मित्र बना सकते है।
·18 वर्ष की उम्र में मदिरा और सिगरेट से दूर रह पाना सफलता है।
·25 वर्ष की उम्र तक नौकरी पाना सफलता है।
·30 वर्ष की उम्र में एक पारिवारिक व्यक्ति बन जाना सफलता है।
· 35 वर्ष की उम्र में आपने कुछ जमापूंजी बनाना सीख लिया ये सफलता है।
·45 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप अपना युवावस्था बरकरार रख पाते हैं।
·55 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप अपनी जिम्मेदारियाँ पूरी करने में सक्षम हैं।
·65 वर्ष की आयु में सफलता है निरोगी रहना।
·70 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप आत्मनिर्भर हैं किसी पर बोझ नहीं।
·75 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आप अपने पुराने मित्रों से रिश्ता कायम रखे हैं।
·80 वर्ष की उम्र में सफलता यह है कि आपको अपने घर वापिस आने का रास्ता पता है।
·और 85 वर्ष की उम्र में फिर सफलता ये है कि आप अपने कपड़ों को गीला नहीं करते।
अंततः यही तो जीवन चक्र है।। जो घूम फिर कर वापस वहीं आ जाता है जहाँ से उसकी शुरुआत हुई है और यही जीवन का परम सत्य है।
सफलता की परिभाषा हिंदी में – What is The Meaning of Success
वही व्यक्ति सफल हैं जिसके पास – पैसा (जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन), नाम (समाज में प्रसिद्धि) और मन में शांति हैं।
मन में शांति” इसकी कमी लगभग हर किसी के जीवन में होती हैं, क्योकि “मन की शांति” जीवन के की पहलुओ से जुड़े है। जैसे कि यदि आप अस्वस्थ है तो आपके मन में शांति नही होगी। घर में कलह है तो अपके मन में शांति नही होगी। आपको अपने जीवन को संतुलित रखना होगा तभी “मन की शांति मिल सकती हैं।
सफलता तब ही मिलती है जब आप परिपक्वहोते हैं। इंसान बड़ा हो जाता है पर हर कोई परिपक्व नहीं हो पाता। बचपन से ही हम सुनते हैं -अपने पैरों पर खड़ा होना, इसका मतलब होता है परिपक्व होना।
परिपक्वता वह समझदारी है जिससे आप दुनिया को आसानी से समझ सके और आने वाले दुखों और मुसीबतों का सामना कर सके। जब तक आप अपने ऊपर आए इन मुसीबतों को हटा नहीं देते तब तक आप सफलता प्राप्त नहीं कर सकते इसलिए परिपक्वता को समझना जरूरी है-
Secret of Success
· परिपक्वता वह है – जब आप दूसरों को बदलने का प्रयास करना बंद कर दे, इसके बजाय स्वयं को बदलने पर ध्यान केन्द्रित करें।
· परिपक्वता वह है – जब आप दूसरों को, जैसे हैं,वैसा ही स्वीकार करें।
जब आप यह समझे कि प्रत्येक व्यक्ति उसकी सोच अनुसार सही हैं।
जब आप “जाने दो” वाले सिद्धांत को सीख लें।
जब आप रिश्तों से लेने की उम्मीदों को अलग कर दें और केवल देने की सोच रखे।
जब आप यह समझ लें कि आप जो भी करते हैं, वह आपकी स्वयं की शांति के लिए है।
जब आप संसार को यह सिद्ध करना बंद कर दें कि आप कितने अधिक बुद्धिमान है।
जब आप दूसरों से उनकी स्वीकृति लेना बंद कर दे।
जब आप दूसरों से अपनी तुलना करना बंद कर दें।
जब आप स्वयं में शांत है।
जब आप जरूरतों और चाहतों के बीच का अंतर करने में सक्षम हो जाए और अपनी चाहतो को छोड़ने को तैयार हो
· आप तब परिपक्वता प्राप्त करते हैं जब आप अपनी ख़ुशी को सांसारिक वस्तुओं से जोड़ना बंद कर दें।
इंसान सफल तब होता है, जब वो दुनिया को नहीं
बल्कि खुद को बदलना शुरू कर देता है।